बच्चों के पीछे हाथ धो के पड़ा कोरोना, ऐसे लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं

डेल्टा और ओमीक्रोन के लक्षणों में अंतर
 पहले सामान्य लक्षण जैसे सांस लेने में तकलीफ, बुखार और गंध की कमी पीछे रह गए। सर्दी जैसे लक्षण - बहती नाक, गले में खराश और लगातार छींकने सहित - सिरदर्द और खांसी के साथ अधिक आम हो गए, खासकर उन लोगों में जिन्हें टीका लगाया गया था।

कोरोना वायरस के XE वेरिएंट के अन्य वेरिएंट के मुकाबले काफी तेजी से फैलता है। ऐसे में बच्चों को इस वेरिएंट से बचाना बेहद जरूरी है। बच्चों में बुखार, नाक बहना, गले में दर्द, शरीर में दर्द, सूखी खांसी, उल्टी आना, लूज मोशन, जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। वहीं एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि कोरोना के इस नए वेरिएंट से संक्रमित बच्चों को शरीर में सूजन भी हो सकती है। इस सूजन का सामना बच्चों को कई हफ्तों तक करना पड़ सकता है। बच्चों के शरीर सूजन की इस स्थिति को मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (MIS-C) कहा जाता है। अगर ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

कोरोना वायरस पिछले दो साल से पूरी दुनिया में तबाही मचाए हुए है। डेल्टा के बाद अब ओमीक्रोन वेरिएंट के कारण पूरी दुनिया में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अमेरिका में तो एक दिन में कोरोना के 10-10 लाख मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। भारत में भी हर दिन लगभग 2 लाख कोरोना के केस सामने आ रहे हैं। लंदन के किंग्स कॉलेज के टिम स्पेक्टर ने ओमीक्रोन वेरिएंट के लक्षणों पर काफी काम किया है। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे कोरोना वायरस विकसित हुआ, ठीक वैसे-वैसे इसके लक्षणों में भी बदलाव देखने को मिला है।

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