सीमा रिंद एक सुंदर सिंधी महिला हैं, जो सिंध के खैरपुर जिले में रहती हैं। यह इलाका खजूर की खेती के लिए मशहूर है। यहां एक समय पहले एक आजाद रियासत थी, जिसे बाद में पाकिस्तान में शामिल कर लिया गया।
सीमा के पति ग़ुलाम हैदर जकोबाबाद में रहते हैं और दोनों बलोच हैं। ग़ुलाम हैदर मिस्ड कॉल का जवाब देने के दौरान सीमा रिंद के संपर्क में आए थे। उनके बीच बातचीत शुरू हुई और उन्होंने आपस में प्यार का इजहार किया।
शादी के बाद सीमा को कई मुश्किलें झेलनी पड़ीं, और उन्होंने अपने घर को छोड़ दिया। इसके बाद, सीमा ने ग़ुलाम हैदर के साथ कोर्ट में शादी की। मामला पंचायत में गया और ग़ुलाम हैदर के परिवार को जुर्माना देना पड़ा।
अपनी पत्नी के कहने पर, ग़ुलाम हैदर कराची चले आए, जहां उन्होंने ऑटो रिक्शा चलाकर और मजदूरी करके अपने खर्चे चलाए। साल 2019 में, वे काम के लिए सऊदी अरब चले गए। सीमा रिंद, कराची के गुलिस्तां-ए-जौहर इलाके के पास धानी बख्श गोठ गांव में किराए के कमरे में रह रही हैं। उनका घर तीसरी मंजिल पर है, जबकि मकान मालिक का परिवार नीचे की मंजिल पर रहता है।
पहले, सीमा के पिता, भाई और बहन भी उसी घर में रहते थे। किराया पिता और सीमा दोनों देते थे, लेकिन किराये के मामले में अक्सर झगड़ा होता था। उनके भाई ने सेना में भर्ती होने के बाद और बहन की शादी होने के बाद, सीमा के पिता ही उनके साथ रह गए। पिछले साल, उनके पिता की मौत हो गई। मकान मालिक मंज़ूर हुसैन ने बताया कि एक दिन सीमा ने बताया कि वह गांव जा रही है और उसके बाद से वह कभी लौटी नहीं।
साल 2019 में, सीमा, जो पाकिस्तान के एक इलाके की निवासी थी, ऑनलाइन PUBG गेम खेलते हुए ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में रहने वाले सचिन मीणा से प्रेम में गिर गई थी। लेकिन इस प्रेम के बीच न सिर्फ परिवार की मुसीबतें, बल्कि दो देशों के बीच खड़ी एक ऐसी सरहद भी थी, जो दशकों से एक दूसरे के 'दुश्मन' जैसे रहे हैं।
सीमा पाकिस्तान के उस इलाके से आती हैं, जहां लड़कियां अपने प्रेम को अक्सर जाहिर नहीं करतीं। यहां उन्हें प्यार का इजहार करने पर दर्जनों लड़कियों की रिपोर्टें देखने को मिलती हैं, जिन्हें अपने प्यार के लिए मार दिया जाता है।
तथापि, इन सभी कठिनाइयों के बावजूद, सीमा ने न केवल अपने प्रेम का इजहार किया, बल्कि उन्होंने अपने पति, ग़ुलाम हैदर, को छोड़कर भारत में अपने प्रेमी के साथ रहने का साहस भी दिखाया। उनकी इस सफलता के पीछे लगे सफर में अनेक कठिनाइयां और तकलीफें थीं।
आइए, अब हम आपको बताते हैं कि सीमा पहली बार सचिन से कब मिलीं, कैसे उन्होंने नेपाल के रास्ते उत्तर प्रदेश के रबूपुरा तक पहुंचा, और उन्होंने करीब डेढ़ महीना सचिन के साथ कैसे बिताया, जो उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गई।
सीमा हैदर ने बताया कि उसे भारत का वीजा नहीं मिलने के कारण नेपाल का वीजा लिया और 10 मार्च को शारजहां से नेपाल पहुंची। वहां उसने सचिन मीणा से मिलने के लिए काठमांडू के न्यू बस पार्क इलाके में एक कमरे में सात दिन तक रहा। उसके बाद वह पाकिस्तान वापस चली गई थी, लेकिन दो महीने बाद वह फिर से नेपाल आई, इस बार अपने चार बच्चों के साथ, जो भारत में थे। उन्होंने सचिन के साथ यात्रा करते हुए नोएडा में रहना शुरू किया और एक कमरे को 2500 रुपये प्रति महीना किराए पर लिया।
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